श्रीराम स्कूल को खोलने के पीछे एक विशिष्ट उद्देश्य
किसी भी देश की उन्नति का मूलाधार उसकी भाषा व संस्कृति होती है । इसी को ध्यान में रखते हुए इस विद्यालय की स्थापना की गई है। इस विद्यालय में हम अपने नौनिहालों में भारतीय संस्कृति के सभी मूल्यों का रोपण करते हैं, जिससे उनमें धार्मिक सहिष्णुता, वसुधैव कुटुंबकम्, अतिथि सेवा आदि गुणों का विकास हो।
इसके लिए अपनी मातृभाषा का समुचित विकास भी नितांत आवश्यक है। विद्यालय में मानवीय मूल्यों के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जाता है।
इस प्रकार नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्य, मातृभाषा आदि तत्वों के विकास के द्वारा भारतीय संस्कृति का विकास व संरक्षण किया जाता है। ताकि हमारे ये भावी नागरिक सुयोग्य बने व देश को निरंतर विकास की ओर अग्रसर करते हुए उच्चतम शिखरों तक पहुंचाएं।
Regards,
Satyawati Gupta
Chairperson